पेंशनरों के लिए पहचान पत्र जारी करने के लिए प्रोफार्मा “डाउनलोड” के अधीन उपलब्ध है। :यह कार्यालय बिलों की प्राप्ति की तारीख से 7 दिनों के भीतर बिलों के निपटान हेतु अधिदिष्ट हैः
  • 2016 से पूर्व के पेंशनरों/पारिवारिक पेंशनरों की पेंशन के संशोधन हेतु प्रोफार्मा “डाउनलोड” के अधीन उपलब्ध है।
  • संक्षिप्त इतिहास

    यह कार्यालय बैंगलूर में कुछ र.अ.एवं वि.सं. प्रयोगशालाओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए र.ले.नि. (अनु.एवं वि.), नई दिल्ली के एक उप-कार्यालय के रूप में गैस टर्बाइन अनुसंधान स्थापना(जीटीआरई) के परिसर में प्रारंभिक तौर पर र.ले.सं.नि. (अनु.एवं वि.), बैंगलूर के रूप में दिनांक 1.1.1996 को आरंभ किया गया था।  

    एक नया भवन जिसका उदघाटन दिनांक 4.8.1991 को तत्कालीन वित्तीय सलाहकार(रक्षा सेवाएं), श्री बी.वी. अड़वी, भा.र.ले.से. द्वारा किया गया था, में कार्यालय को शिफ्ट कर दिया गया । बैंगलूर तथा कोचीन, आवड़ी एवं मैसूर जैसे अन्य स्थानों में स्थापित विभिन्न र.अ. एवं वि. संगठन प्रयोगशालाओं तथा स्थापनाओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसकी संख्याबल में वृद्धि होती गई।

    कार्यालय को 1.8.1994 से स्वंय लेखांकन सिस्टम के साथ 1.4.1994 से स्वतंत्र नियंत्रक कार्यालय में अपग्रेड कर दिया गया। प्रारंभ में एन.पी.ओ.एल., कोच्चि एवं सी.वी.आर.डी.ई., आवड़ी, चैन्नई में दो कार्यालय बनाए गए तथा 1.4.2055 में डी.एफ.आर.एल., मैसूर में एक और नया कार्यालय जोड़ा गया।

    विभिन्न र.अ. एवं वि. संगठन प्रयोगशालाओं/स्थापनाओं को सेवा प्रदान करने के अतिरिक्त दिनांक 01.12.2009 को एक पृथक रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय-र.ले.नि. (क्षे.प्र.के.)(द.क्षे,) का सृजन होने तक रक्षा लेखा नियंत्रक(अनु.एवं वि.) क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र(क्षे.प्र.के.)(द.क्षे.) रक्षा लेखा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देता रहा था।